10-Nov-2014 03:05 PM
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कुछ लोग सर्दियों में गरिष्ठ भोजन और माल-मसाला खाना पसंद करते है। जिसके चलते शरीर में वसा की अधिकता हो जाती है और मोटापा बढ़ जाता है, लेकिन इसके दुष्परिणाम ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के रूप में सामने आ सकते हैं। सत्य तो यह है कि किसी भी मौसम में हल्का कम तेल का आहार ही उचित है।
सर्दियों में आहार
आयुर्वेद में भोजन के छह स्वाद बताए गए हैं-मीठा, नमकीन, तीखा, कड़वा, खट्टा और कसैला। मीठे, खट्टे और नमकीन पदार्थ सर्दियों खासतौर पर सूखी सर्दी में लाभदायक होते हैं। तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थो को इस मौसम में नजरअंदाज करना चाहिए, क्योंकि ये शरीर में रूखापन बढ़ाते हैं।
इस मौसम में, शरीर ठंडी हवाओं व मौसम से बचाव के लिए खुद को गर्म रखने के लिए ढेर सारी ऊर्जा पैदा करता है, जिससे भूख बढ़ती है, साथ ही पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। चूंकि दिन छोटे होते हैं और शारीरिक क्रियाएं कुछ कम होती हैं, इसलिए गरिष्ठ या तैलीय भोजन से भारीपन महसूस होता है।
इस मौसम में कुछ खाद्य पदार्थों को आहार में अवश्य शामिल किया जाना चाहिए। हर भोजन के बाद, यानी दिन में कम से कम तीन बार फल अवश्य लें। जिन लोगों को बीच-बीच में कुछ चबाने की आदत हो, वे फल खाएं, इससे स्वस्थ बने रहेंगे।
टिप्स फिट रहने के
1. खानपान और शारीरिक गतिविधियों के बीच तालमेल हो। सर्दियों में वजन का थोड़ा बढना बुरा नहीं है, लेकिन जो लोग पहले ही मोटे हैं, यह परेशानी का सबब बन जाता है।
2. शरीर को हाइड्रेट करने के लिए कुछ-कुछ समय पर पानी पीना जरूरी है। सर्दियों में मौसम रूखा भी होता है, इसमें त्वचा की स्वाभाविक नमी कम होती जाती है।
3. फलों और सब्जियों का सूप पीने की आदत डालें। ऐसे किसी शेक या पेय पदार्थ से परहेज करें, जिनमें क्रीम और सुगर हो, क्योंकि इनमें बहुत अधिक कैलरी होती हैं।
4. पार्टी या आयोजनों में कॉकटेल के रूप में ताजा क्रेनबैरी जूस मिनरल वॉटर मिलाकर ले सकते हैं।
5. फिश में विटमिन डी के साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की बहुतायत होती है, जिससे शरीर में सेरोटोनिन स्तर बढ़ता है और मूड बिगडऩे या अवसाद की स्थिति से बचाव होता है।
6. चॉकलेट्स खानी ही हैं तो अच्छी क्वालिटी की डार्क चॉकलेट चुनें, जिसमें उच्च मात्रा में कोको तत्व हो, ताकि कोको में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स का लाभ मिल सके।
7. भूख लगी हो तो ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं, लेकिन कम मात्रा में। अखरोट सेलेनियम का अच्छा स्रोत है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, साथ ही अवसाद से बचाता है।
8. साबुत अनाज जैसे गेहूं, ओट, बाजरा, ब्राउन राइस, दलिया न सिर्फ सुपाच्य होता है, बल्कि हृदय के लिए भी लाभकारी होता है।
9. दही से इम्यून सिस्टम सही होता है। फ्लेवर्ड या मीठे दही के बजाय सादे दही का सेवन करें। दही को स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए उसमें ताजे फल मिलाएं।
10. खट्टे फलों में विटमिन सी होता है। संतरे, अंगूर, नीबू, अमरूद जैसे फल शरीर को मजबूत बनाते हैं। विटमिन सी जाड़ों में इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखता है।
11. हरी पत्तेदार सब्जियों की अहमियत तो हर मौसम में है। नियमित खानपान में कम से कम एक प्लेट गहरी हरी पत्तेदार सब्जियों को अवश्य शामिल करें।
12. सर्दियों में कब्ज या भारीपन से बचने के लिए फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थ अवश्य लें।
13. जंक फूड को नियमित भोजन का हिस्सा न बनाएं। चीनी, फैट, नमक और जंक फूड हमेशा कम मात्रा में लें।
14. खाने की मात्रा पर ध्यान दें। कम मात्रा में दिन में कम से कम तीन बार भोजन करें। स्वादिष्ट होने के साथ ही खाना ताजा होना चाहिए।
15. ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बीच अंतराल कम रखें। इससे खाने के वक्त भूख ज्यादा नहीं लगेगी और वजन संतुलित रहेगा।
16. सर्दियों में वजन कम करना यदि मुश्किल प्रतीत होता हो तो अवसादग्रस्त न हों। क्योंकि जितना सोचेंगे, उतना ही परेशान होंगे और वजन घटाना और मुश्किल होता जाएगा। अपने मौजूदा वजन को ही बरकरार रखने की कोशिश करें। उससे ज्यादा वजन न बढ़े, इसका खयाल रखें।
