सोसायटी को कौडिय़ों में मिली जमीन पर नेताओं व अफसरों के फ्लैट
02-Jan-2016 07:45 AM 1234881

मुंबई के उपनगर बांद्रा में कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार के लिए दी गई जमीन के बगल में खड़ी इमारत साईप्रसाद दरअसल नेशनल हेराल्ड की जमीन पर बनाई गई है। इस इमारत में राज्य के मुख्य सचिव स्वाधीन क्षत्रिय सहित कई आईएएस अधिकारियों और नेताओं के फ्लैट हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली का कहना है कि इस जमीन से होकर सातवीं बांद्रा-कुर्ला रेलवे लाइन गुजरने वाली थी। लेकिन इमारत की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर मांग की है कि साई प्रसाद इमारत को सरकार अपने अधिकार क्षेत्र में ले।
साईप्रसाद सहकारी गृहनिर्माण संस्था ने दिनांक 12 अप्रैल 2000 को तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख से बांद्रा पूर्व में स्थित कर्मचारी भविष्य निधि बिल्डिंग से सटी जमीन की मांग की थी। जिसके बाद एसोसिएट जर्नल को मंजूर जमीन में बदलाव किए बिना भूखंड को आयताकार रख बदलाव कर कुछ भाग सोसायटी को दिया गया। आयताकार रखकर फिर बदलाव किया गया। उसके बाद वितरण के लिए उपलब्ध हुए 2680.6 वर्ग मीटर में से 1340.30 वर्गमीटर भूखंड साईप्रसाद सोसायटी को दे दी गई। उसके बाद सोसायटी को और 63.08 वर्ग मीटर जमीन दी गई। आला अधिकारियों और नेताओं ने अपनी हाउसिंग सोसायटी बनाने के लिए 4170 रुपए प्रति वर्ग मीटर जैसी सस्ती दर पर यह भूखंड हासिल किया। जबकि उस वक्त इस जमीन कि रेडीरेकनर दर 43,000 रुपए थी। साई प्रसाद सहकारी गृह निर्माण संस्था ने 12 अप्रेल 2000 को तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख से भविष्य निधि बिल्डिंग से सटी जमीन की मांग की थी। सर्वे नंबर 341, नगर भूमापन क्रमांक 608/1 व 608/2 में कुल क्षेत्र में वितरण के लिए सिर्फ 1016.2 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध थी। इसके अलावा सातवीं बांद्रा-कुर्ला रेलवे लाइन के लिए 1664. 4 वर्ग मीटर जमीन प्रस्तावित थी। दो हिस्सों में बंटी हुई जमीन को एक जगह करने के लिए मेसर्स असोसिएट जर्नल्स लिमिटेड को आवंटित 3479.26 वर्ग मीटर जमीन की साइज आयताकार कर दी गई। इसके बाद रेलवे लाइन के लिए प्रस्तावित 1664.4 वर्ग मीटर जमीन व अन्य उपलब्ध जमीन को मिलकर 2680.6 वर्ग मीटर जमीन में 1340.30 वर्ग मीटर भूखंड साई प्रसाद सोसायटी को दिया गया और शेष भूखंड मेडीन्वोहा को दिया गया। उसके बाद 63.08 वर्ग मीटर जमीन साई प्रसाद सोसायटी को और दी गई। इस तरह कुल भूखंड 1403.35 वर्ग मीटर का हुआ जिसके लिए संस्था ने 58 लाख 79 हजार 114 रुपए चुकाए। यह रकम भी 2003 से 2007 के दौरान अलग-अलग समय में अदा की गई। साई प्रसाद सोसायटी को जमीन मात्र 4190 रुपए प्रति वर्ग मीटर पर दी गई।

इन्हें मिला फ्लैट
यहां भूखंड हासिल करने वालों में कांगे्रस नेता कृपाशंकर सिंह , उनके साले सुरेंद्र प्रताप सिंह , मुख्य सचिव स्वाधीन क्षत्रिय, जिलाधिकारी एस संगीतराव की बेटी और भाई सीएस संगीतराव , उप जिलाधिकारी मिलिंद शंभरकर , मुख्यमंत्री के निजी सचिव डॉ. अविनाश ढाकणे , क्षत्रिय सूचना आयुक्त अजितकुमार जैन, आदर्श मामले के आरोपी और पूर्व मनपा आयुक्त जयराज , किशोर गजभिये, हिमांशु रॉय बिपिन कुमार सिंह, हेमंत कोठीकर, एचके जावले, राजकुमार खरटमोल व अन्य शामिल हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों और नेताओं के अलावा इस इमारत में धुलिया स्थित एक स्कूल में बतौर चपरासी कार्य करने वाले अभिमन्यु डागा भोसले का भी फ्लैट है। उसकी सालाना आय 55 हजार रुपए बताई गई है।
सीएम देवेंद्र फडणवीस को लिखा पत्र
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने 5 वर्ष पहले 31 दिसंबर 2010 को तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को लिखित पत्र भेजा था लेकिन मुख्यमंत्री ने किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की। गलगली ने अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर मामले की जांच करवा कर कार्रवाई की मांग की है।
-मुंबई से ऋतेन्द्र माथुर

FIRST NAME LAST NAME MOBILE with Country Code EMAIL
SUBJECT/QUESTION/MESSAGE
© 2025 - All Rights Reserved - Akshnews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^