पेट की चर्बी से छुटकारा
18-Feb-2015 01:09 PM 1237819

दिन भर की थकान और तनाव भरी जीवनशैली अगर आपका स्टैमिना कम कर रही है तो इन तीन आसनों के अभ्यास से आप दिन भर ऊर्जा बरकरार रख सकते हैं। इन आसनों की मदद से शरीर लचीला व मजबूत होता है और शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन सही मात्रा में पहुंचती है जिससे स्फूर्ति बनी रहती है।
हाल में हुए शोध में रेड वाइन और मूंगफली के सेवन के फायदे का पता चला है। टेक्सास के ए एंड एम हेल्थ साइंस सेंटर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि रेड वाइन, मूंगफली और लाल अंगूर में ऐसे तत्व हैं जो बढ़ती उम्र में याददाश्त कम नहीं होने देते हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि रेड वाइन और मूंगफली में रिजर्वेराट्रॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट है जो याददाश्त को बनाए रखने के लिए जरूरी है। यह सीखने की क्षमता और मूड को भी प्रभावित करता है। शोधकर्ता अशोक शेट्टी के अनुसार, च्ज्इस शोध से मिली जानकारी चौंकाने वाली है। यह मनुष्य व पशुओं की याददाश्त से जुड़ी बड़ी खोज है।ज्ज् उनका मानना है कि इनके सेवन से याददाश्त से जुड़ी अल्जाइमर नामक बीमारी से भी बचाव हो सकता है। शेट्टी बताते हैं, च्ज्शोध में हमने पाया कि रिजर्वेराट्रॉल की मदद से अधेड़ावस्था में याददाश्त को बेहतर रखा जा सकता है और बुढ़ापे में होने वाले मूड फ्लक्चुएशन को कम किया जा सकता है।ज्ज् शोधकर्ताओं ने चूहों पर परीक्षण करके यह निष्कर्ष निकाला है। उन्होंने इस परीक्षण में चूहों की सीखने की क्षमता में भी वृद्धि पाई है। यह शोध साइंटिफिक रिपोर्ट जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
धनुरासन
इस आसन में शरीर धनुष के आकार में होता है। इसे करने से छाती मजबूत होती है, पाचनतंत्र मजबूत होता है, फेफड़ों में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक तरह से होता है और रक्त संचार ठीक रहता है जिससे शरीर में हर ऊर्जा बनती है। साथ ही, इसके अभ्यास से स्टैमिना भी बढ़ता है। इससे रक्त से टॉक्सिन्स दूर होते हैं जिससे त्वचा साफ होती है और स्वस्थ रहती है।इसे करने के लिए सबसे पहले चटाई पर पेट के बल लेट जाएं। ठुड्डी ज़मीन पर रखें।  पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों हाथों से पैरों के पंजे पकड़ें।  फिर सांस भर लीजिए और बाजू सीधे रखते हुए सिर, कंधे, छाती को जमीन से ऊपर उठाएं।  इस स्थिति में सांस सामान्य रखें और चार-पाँच सेकेंड के बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पहले छाती, कंधे और ठुड्डी को जमीन की ओर लाएं।  पंजों को छोड़ दें और कुछ देर विश्राम करें। इस प्रक्रिया को कम से कम तीन बार दोहराएं।
भुजंगासन की विधि
भुजंगासन के नियमित अब्यास से कंधे, बाजू और शरीर का ऊपरी हिस्सा मजबूत होता है। मसल्स बनाना चाहते हैं तो इसका अभ्यास आपके लिए फायदेमंद है। यह शरीर को सुगठित करने और स्टैमिना बढ़ाने में मददगार है। हां, हर्निया व अल्सर के रोगी इस आसन को न करें। पेट के बल सीधा लेट जाएं और दोनों हाथों को माथे के नीचे टिकाएं।दोनों पैरों के पंजों को साथ रखें। अब माथे को सामने की ओर उठाएं और दोनों बाजुओं को कंधों के समानांतर रखें जिससे शरीर का भार बाजुओं पर पड़े। अब शरीर के अग्रभाग को बाजुओं के सहारे उठाएं। शरीर को स्ट्रेच करें और लंबी सांस लें। कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहने के बाद वापस पेट के बल लेट जाएं।
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन की मदद से शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है जिससे जोश बना रहता है। यह पाचनतंत्र ठीक रखता है और शरीर को लचीला बनाता है। पेट में जमा फैट कम करने के लिए यह सबसे उपयोगी आसन है। इसे करने के लिए सीधा बैठ कर दोनों पैरों को सामने की ओर सटाकर सीधा फैलाएं। दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और कमर को बिल्कुल सीधा रखें। फिर झुककर दोनों हाथों से पैरों के दोनों अंगूठे पकडऩे की कोशिश करें। ध्यान रहे इस दौरान आपके घुटने न मुड़ें और यह ध्यान रखें कि आपके पैर जमीन से ऊपर न उठें। कुछ सेकंड इस अवस्था में रहने के बाद वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं।

-डॉ. माधवन

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