21-Jan-2015 05:27 AM
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भारत माता अब गणतंत्र दान दो
सोए देश को एक नई पहचान दो
नंगों को कपड़ा, भूखों को अन्न दो
कुटिल,कामियों को बुद्धि दान दो
भ्रष्ट मति को सद्भावना ज्ञान दो
हमारा खोया सम्मान पुनर्दान दो
मरती स्वतंत्रता को जीवनदान दो
इस नवयुग को स्वाभिमान दान दो
सच्चे इतिहास को स्थान-दान दो
भारतवासी को गौरव-मणि दान दो
भूल चुके जो अस्तित्व संस्कृति का
उनको गणतंत्र का नया विधान दो
दुर्मति का मिटा नामोनिशान दो
भारत माता फिर-से तिरंगा तान दो
इस बार हमें सत्य-अहिंसा, शान दो
याद करे विश्व, ऐसा हमको ज्ञान दो
धनलोलुपों को करनी का इनाम दो
भारत माता अब गणतंत्र दान दो....।।
सुबह
हर सुबह है लाती,
खुशियों की एक पाती,
प्रकृति जगाती मन को,
एक नई खोज पर बुलाती.
आओ नमन करें ईश का,
शीश झुकाकर आभार करें,
तुमने दी ये अनोखी धरा,
तुमने दिया ये सुंदर जीवन।