20-Jan-2015 05:50 AM
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गणतंत्र दिवस हमारे देश में लोकतंत्र की स्वतंत्रता हेतु भारत में मनाया जाता है। जनवरी 26, 1950 को हमारे देश का गणतंत्र यानी भारत का संविधान, अस्तित्व में आया और भारत वास्तव में एक संप्रभु देश बना। इस दिन भारत एक सम्पूर्ण गणतान्त्रिक देश बन गया, यही कारण है कि भारतीय इतिहास में यह दिन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। गणतंत्र दिवस मनाना ही गणतंत्र की रक्षा के लिए पर्याप्त है। गणतंत्र बनने से पहले देश में समाज का जो हाल था उसमें जो बदलाव आया है, हमें तो वह स्वाभाविक बदलाव ही नजर आता है। समाज कुछ मामलों में स्वयं बदलाव कर लेता है और कुछ बदलाव किए जाते हैं। हमारे देश के की आत्मा समाज है और समाज में गणतंत्र के कारण जो बदलाव आने चाहिए वो नहीं आये।
आज भी गणतंत्र के रखवाले नेताओं के द्वारा जन शोषण का कार्य प्रगति पर है। करोड़ों नवजात शिशु और गर्भवती माताएं कुपोषण की शिकार है। नकली दवा के साथ साथ मानव अंग का भी व्यापार निरंतर पुष्पपल्लवित हो रहा है। एक तो आतंकवादी पकड़े नहीं जाते लेकिन यदि किसी तरह पकड़े भी गए तो उन्हें मेहमानों की तरह वर्षों पालते पोसते हैं। इतना ही नहीं, अनेकों अपराध करने के बाद यहाँ का गण जाति-पाति और धर्म के नाम पर किसी अपराधी को भी तंत्र से जोड़ देते हैं और गणतंत्र का रक्षक नियुक्त कर देते हैं। ज्योतिष की मानें तो ये सब जल्दी बदलने वाला नहीं है। क्योंकि गणतंत्र की कुण्डली में लग्नेश और कर्मेश बृहस्पति नीच का है। जब हम नीच प्रवृत्ति के व्यक्ति से किसी अच्छे काम की आशा नहीं करते तो फिऱ किसी नीच ग्रह से हम कोई विशेष आशा क्यों करें। बृहस्पति अस्त भी है, साथ ही षष्ठेश सूर्य और अष्टमेश शुक्र के प्रभाव में है। चन्द्रमा मूल संज्ञक नक्षत्र यानी कि अश्वनी नक्षत्र में है। लग्न पर राहु, केतु और मंगल का प्रभाव है। यानी कि कहीं से भी कोई शुभ संकेत नहीं है। तो ऐसे में हम देश के कर्णधारों से कोई विशेष आशा न रखें तो ही ठीक है। अत: आत्मनिर्भरता बहुत जरूरी होगी साथ ही समय समय पर जनजागरण करके देश के कर्णधारों को यह एहसास दिलाते रहना होगा कि वे निरंकुश नहीं है, वे हमसे हैं हम उनसे नहीं हैं। 26 जनवरी 2015 को गणतंत्र की आयु 65 की पूरी हो जाएगी यानी देश का गणतंत्र 66वें वर्ष में प्रवेश कर जाएगा। इस वर्ष भारत में आंतरिक शांति की स्थिति में सुधार होगा। डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत भी बेहतर होगी। लेकिन हाल फिलहाल महंगाई पर नियंत्रण होता तो नजर नहीं आ रहा। हालांकि देश में कई बेहतर नीतियों के लागू होने के योग हैं। विदेशों के साथ कुछ समझौतों के कारण भी देश की स्थिति में सुधार होगा। कुल मिलाकर इस वर्ष की गणतंत्र कुण्डली, देश में बेहतरी का संकेत तो कर रही है, लेकिन कई तरह की परेशानियां भी दर्शा रही है। वर्ष का प्रथम भाग अपेक्षाकृत अधिक उठापटक वाला रहेगा। इसके बाद थोड़ी सी शांति की उम्मीद हम कर सकते हैं।
जनवरी 2015 15 गुरुवार- मकर संक्रांति 23 शुक्रवार- सुभाष चंद्र बोस जयंती 24 शनिवार- वसंत पंचमी 26 सोमवार- गणतंत्र दिवस
फरवरी 2015 03 मंगलवार- गुरु रविदास जयंती 14 शनिवार- महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती 17 मंगलवार- महा शिवरात्रि 20 शुक्रवार- रामकृष्ण जयंती
मार्च 2015 05 गुरुवार- होलिका दहन 06 शुक्रवार- रंग वाली होली 08 रविवार- शिवाजी जयंती 21 शनिवार- गुडी पड़वा, उगादी, पारसी न्यू ईयर 22 रविवार- झूलेलाल जयंती 28 शनिवार- राम नवमी
अप्रैल 2015 01 बुधवार- बैंक की छुटटी 02 गुरुवार- महावीर स्वामी जयंती 03 शुक्रवार- गुड फ्राइडे 05 रविवार- ईस्टर 14 मंगलवार- सोलर न्यू ईयर, बैसाखी, अंबेडकर जयंती 15 बुधवार- वल्लभाचार्य जयंती 23 गुरुवार- शंकराचार्य जयंती, सूरदास जयंती
मई 2015 02 शनिवार- हजऱत अली का जन्मदिन 04 सोमवार- बुद्ध पूर्णिमा 07 गुरुवार- रविंद्रनाथ टैगोर जयंती 20 बुधवार- महाराणा प्रताप जयंती
जून 2015 02 मंगलवार- कबीरदास जयंती 21 रविवार- साल का सबसे लंबा दिन
जुलाई 2015 17 शुक्रवार- जमात-अल-विदा 18 शनिवार- जगन्नाथ रथयात्रा, ईद-उल-फितर रमज़ान
अगस्त 2015 15 शनिवार- स्वतंत्रता दिवस 22 शनिवार- तुलसीदास जयंती 29 शनिवार- रक्षाबंधन
सितंबर 2015 05 शनिवार- कृष्ण जन्माष्टमी 17 गुरुवार- गणेश चतुर्थी 24 गुरुवार- ईद अल-अदहा, बकरीद
अक्टूबर 2015 02 शुक्रवार- गांधी जयंती 13 मंगलवार- महाराजा अग्रसेन जयंती 15 गुरुवार- अल-हिजरा, इस्लामिक न्यू ईयर 21 बुधवार- दुर्गा अष्टमी, महानवमी 22 गुरुवार- दशहरा 23 शुक्रवार- माधवाचार्च जयंती 24 शनिवार- मुहर्रम 27 मंगलवार- वालमीकि जयंती, मीराबाई जयंती 30 शुक्रवार- करवा चौथ
नवंबर 2015 10 मंगलवार- नरक चतुर्दशी 11 बुधवार- दीवाली, लक्ष्मी पूजन, 12 गुरुवार- गोवर्धन पूजा 13 शुक्रवार- भईया दूज 14 शनिवार- नेहरू जयंती 17 मंगलवार- छठ पूजा 25 बुधवार- गुरु नानक जयंती
दिसंबर 2015 22 मंगलवार- साल का सबसे छोटा दिन 24 गुरुवार- मिलाद अन-नबी, ईद-ए-मिलाद 25 शुक्रवार- क्रिसमस